मुल्तान सिंध देश से आगे चलकर ह्वेनसांग “मूल स्थान पुर” अर्थात् “मुल्तान” देश में आया। उसने लिखा है कि इस देश का क्षेत्रफल लगभग 4 हजार ली और उसकी राजधानी…
टैग: Buddhism in India
ह्वेनसांग की भारत यात्रा- सिन्ध देश में…
सिंध देश में उज्जयिनी की अपनी यात्रा को सम्पन्न कर ह्वेनसांग ने राजस्थान के रेतीले मैदान को पार कर सिंधु नदी को पार किया और “सिण्टु” अथवा “सिंध” देश में…
प्रेरक व्यक्तित्व- डॉ. आर. पी. मौर्य
समाज सेवा एक अकेली जंग है, जहां लक्ष्य हार और जीत नहीं बल्कि सिर्फ समाज की बेहतरी और बदलाव है। इस जंग में अपने को खपाने वाले लोग समाज के…
पुस्तक समीक्षा- “ह्वेनसांग की भारत यात्रा”… परिचय
ह्वेनसांग तीसरा चीनी यात्री था जिसने सन 629 से 645 तक कुल 17 वर्ष लंबी भारत यात्रा की। उसने अपना यात्रा विवरण चीनी भाषा में लिखा इसका हिंदी में अनुवाद…