इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया ‘श्री अजय कुमार मौर्य’ ने…

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ग्राम व पोस्ट चकवड़ जनपद प्रतापगढ़ निवासी श्री अजय कुमार मौर्य ने दिनांक 14 मार्च 2020 दिन शनिवार को अपने पैतृक गांव में सम्राट अशोक का विशाल और भव्य स्तम्भ (लाट) स्थापित कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया। अभी मात्र तीस वर्ष से कम की आयु में ही उन्होंने अपनी मेहनत, परिश्रम और पुरुषार्थ से इस नेक काम को अंजाम देकर जहां अपनी प्रतिभा,लगन तथा कुशल संगठनकर्ता होने का परिचय दिया है वहीं समाज के सामने एक आदर्श भी उपस्थित किया है, एक बड़ी लकीर खींचा है। इससे श्री अजय कुमार मौर्य के विजन और मिशन की प्रतिबद्धता का भी पता चलता है। यही गांव उत्तर -प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य का जन्म स्थान है। इसी गांव की गलियों, कूचों,खेत और खलिहानों में उनका बचपन बीता है। यहीं से निकल कर अपनी कर्मठता, ईमानदारी, परिश्रम और संघर्ष की बदौलत उन्होंने बुलंदियों को छुआ है। इसी गांव की मिट्टी में आज जनपद बदायूं की सांसद माननीया डाक्टर संघमित्रा मौर्या का बचपन भी बीता है। आज जब अपने ही गांव और परिवार में बतौर मुख्य अतिथि पहुंच कर श्री स्वामी प्रसाद मौर्य तथा डॉ. संघमित्रा मौर्या ने अशोक स्तंभ का लोकार्पण किया तब पूरा गांव हर्ष, उल्लास और खुशियों के सैलाब में डूब गया। लगभग दो हजार लोग इस लोकार्पण के साक्षी बने। माहौल में भावना का भी प्रवाह था।

लगभग 35 फुट ऊंची अशोक की लाट का जैसे ही डोरी खींच कर श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने लोकार्पण किया वैसे ही उपस्थित जनसमूह ने करतल ध्वनि तथा गगन भेदी नारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। सभी के चेहरे पर अपने अतीत का गर्व था।सभी को पूर्वजों की स्मृतियों ने भाव विभोर कर दिया। अपने सम्बोधन में माननीय मंत्री जी ने कहा कि “आज यह ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने आगे कहा कि इतिहास कभी -कभी अपने आप को दोहराता है। जब हम अपने उन महापुरुषों को याद करते हैं जिन्होंने अपना जीवन, समाज और देश को अर्पित किया तब हम उनके नाम और काम को आगे बढ़ाते हैं। सम्राट अशोक का चिन्ह ही आज भारत का राष्ट्रीय चिह्न है,वही भारत की आन -मान और सम्मान है।”

अपने सम्बोधन में डा. संघमित्रा मौर्या ने कहा कि “सम्राट अशोक भारत के महान शासक थे।वह जाति, धर्म और सम्प्रदाय से ऊपर हैं। यह उनके राजवंशों की बाद की पीढ़ियों की जिम्मेदारी है कि वह सम्राट अशोक के सम्मान को आगे बढ़ाते रहें। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक ने अपने जीवन काल में 84 हजार स्तूपों, शिलालेखों तथा स्मारकों का निर्माण कराया,आज उनके वंशजों की यह जिम्मेदारी है कि वह उसके दो गुना स्मारकों का निर्माण कराएं”।

इसके अतिरिक्त समारोह को जनपद कौशाम्बी से सांसद माननीय श्री विनोद सोनकर, विश्वनाथ गंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक श्री आर के वर्मा, पूर्व विधायक श्री गुरु प्रसाद मौर्य, माननीय विद्रोही धनपत राम मौर्य, अधीक्षण अभियन्ता श्री जयसिंह मौर्य ने भी समारोह को संबोधित किया। सभी ने एक स्वर से श्री अजय कुमार मौर्य द्वारा किए गए इस ऐतिहासिक कार्य की मुक्त कंठ से प्रशंसा किया। लाट की स्थापना से लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने तक जिला सहकारी बैंक जनपद हरदोई के महाप्रबंधक श्री मनोज कुमार मौर्य, इलाहाबाद में कैशियर श्री राजेश कुमार मौर्य,इं विनोद कुमार मौर्य, श्री महादेव मौर्य, महेन्द्र बहादुर मौर्य,प्रधान पवन गौतम, नरेंद्र कुमार “बच्चा”, संजय कुमार मौर्य रायबरेली का विशेष योगदान रहा है।

इस कार्यक्रम में प्रदेश के अन्य जनपदों कुशीनगर, इलाहाबाद, कौशाम्बी, रायबरेली, लखनऊ, जालौन, झांसी, सुल्तानपुर, बांदा,से भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। समस्त कार्यक्रम का आयोजन श्री अजय कुमार मौर्य ने किया था। उक्त गरिमापूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता मंत्री जी के बड़े भाई तथा भारत के राष्ट्रपति द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित, पूर्व प्रधानाचार्य श्री सालिकराम मौर्य ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री पवन कुमार ने किया। समारोह में जाग्रत जत्था के गायकों ने भी अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। समारोह के उपरांत सभी के लिए भोजन की व्यवस्था भी थी। इस अवसर पर माननीय मंत्री जी ने समाज के वयोवृद्ध जनों का सम्मान भी किया।

डॉ. राजबहादुर मौर्य, झांसी



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Dr. Raj Bahadur Mourya:

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