बीसवीं शताब्दी के प्रवेशद्वार पर भारत में एक महानतम व्यक्तित्व का आविर्भाव होता है।उसे उनके अनुयायी प्यार से बाबा साहेब कहते हैं। देश ने उन्हें भारत रत्न से अलंकृत कर,…
महीना: दिसम्बर 2019
विरासत और उत्तराधिकार सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य का..
पूर्वजों की एक लंबी कतार में एक स्थिति विशेष में जन्म लेना जीवन को गरिमा प्रदान करता है और साथ ही उच्च स्तर के दायित्वों का आरोपण भी करता है।…
मिशन, अशोका द ग्रेट…
जब मेसिडोनिया का सम्राट सिकंदर अपने विश्व विजय के अभियान में व्यस्त था और अपने विश्व राज्य की परिकल्पना का आदर्श बुन रहा था,उसी समय भारत में एक नयी क्रांति…
दर्द मजदूरों का…
अनियंत्रित औद्योगिक पूंजीवाद सामुदायिकता की मनोवैज्ञानिक भावना को क्षति पहुंचाती है। इसका परिणाम समाज को विखंडन वादी प्रवृत्ति के विस्तार के रूप में भुगतना पड़ता है। औद्योगिक जीवन की अवैयक्तिकता…
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
मानवीय सभ्यता के विकास के अनुक्रम में राजनीति का उद्भ़व उस पायदान पर होता है जब रीति- रिवाज तथा परम्पराओं पर टिकी कोई भी व्यवस्था चरमराने लगती है।ऐसी स्थिति में…
सामाजिक दृष्टि
राजनीति को कोई भी व्यक्ति न छू सकता है,न सूंघ सकता है और न ही उसके स्पर्श की अनुभूति कर सकता है। ऐंद्रिक जगत में तो राजनीति से सरोकार केवल…
सामुदायिक समरसता का चित्र
सामुदायिकता एक विचार तथा भावना है जिसके अंत: स्थल में बिना किसी भेद-भाव के सबके साथ समान व्यवहार करना है। यद्यपि दुनिया में सामुदायिकता की भावना का विकास बहुत धीमी,…
शैक्षिक दृष्टि का पुनर्नियोजन
आदर्श का चिंतन निश्चय ही राजनीति से परे और आगे की बात है। यह उन शाश्वत विचारों की खोज है जो इस भौतिक और नैतिक जगत की वास्तविकता है। फिर…