Skip to content
Menu
The Mahamaya
  • Home
  • Articles
  • Tribes In India
  • Buddhist Caves
  • Book Reviews
  • Memories
  • All Posts
  • Hon. Swami Prasad Mourya
  • Gallery
  • About
The Mahamaya

महीना: अप्रैल 2020

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- कपिल वस्तु और कुशीनगर…

Posted on अप्रैल 30, 2020जुलाई 13, 2020

कपिलवस्तु का आगे वर्णन करते हुए ह्वेनसांग ने लिखा है कि नगर के दक्षिण, फाटक के बाहर,सड़क के वाम भाग में, एक स्तूप उस स्थान पर बना हुआ है जहां…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- श्रावस्ती और कपिलवस्तु…

Posted on अप्रैल 29, 2020जुलाई 13, 2020

श्रावस्ती साकेत की अपनी यात्रा को सम्पन्न कर ह्वेनसांग वहां से चलकर “शीलोफुसीटी” अर्थात् श्रावस्ती आया। प्राचीन समय में इसका नाम “सहेट-महेट” गांव था। यह अयोध्या से 58 मील उत्तर…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- उन्नाव, प्रयाग, कौशाम्बी और सुल्तानपुर…

Posted on अप्रैल 29, 2020जुलाई 13, 2020

महाराज हर्षवर्धन से भेंट कर ह्वेनसांग “ओयूटो” राज्य में आया। सम्भवतः यह आजकल का उन्नाव रहा होगा। उस समय यहां सम्पूर्ण देश में कोई 100 संघाराम और 3000 साधु थे।…

Read More

डामोर आदिवासी

Posted on अप्रैल 28, 2020जुलाई 12, 2020

डामोर आदिवासी मूल रूप से गुजरात राज्य के निवासी हैं। राजस्थान में भी इनकी जनसंख्या उदयपुर, डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा में निवास करती है। इन्हें डामरिया तथा दामोर नामों से भी…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- गढ़वाल, कुमायूं, संकिसा और कन्नौज…

Posted on अप्रैल 28, 2020जुलाई 12, 2020

गढ़वाल और कुमाऊं मायापुर या हरिद्वार से आगे चलकर ह्वेनसांग “पन्हो लोहिह मोपुलो” अर्थात् “ब्रह्मपुर” राज्य में आया इसकी पहचान गढ़वाल और कुमायूं के रूप में की गई है यहां…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- कश्मीर, राजौरी, कुल्लू, लद्दाख और जालंधर…

Posted on अप्रैल 25, 2020जुलाई 13, 2020

पुनट और राजौरी कश्मीर की अपनी यात्रा के अगले चरण में ह्वेनसांग आगे चलकर पुन्नूमो (पुनच) राज्य में आया।इसको कश्मीर के लोग पुनट कहते हैं। यहां बौद्ध धर्म का प्रचार…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा- उद्यान, वल्टिस्तान, तक्षशिला, सिंहपुर

Posted on अप्रैल 24, 2020जुलाई 12, 2020

उद्यान प्रदेश ह्वेनसांग अपनी यात्रा में आगे चलकर “उचंड्गना” अर्थात् “उद्यान” प्रदेश में आया।उस समय यह देश पेशावर के उत्तर में स्वात नदी पर था।उस समय यहां लगभग 1400 प्राचीन…

Read More

ह्वेनसांग की भारत यात्रा – लमगान, नगरहार, हिद्दा, गांधार, पेशावर और लाहौर

Posted on अप्रैल 23, 2020जुलाई 12, 2020

लमगान और नगरहार कपिशा देश से 600 ली पूरब चलकर तथा घाटियों एवं पहाड़ियों को पार कर ह्वेनसांग उत्तरी भारत में पहुंचा। यहां उसका सबसे पहला पड़ाव “लैनयो”(लमगान) देश था।…

Read More

गरासिया जनजाति

Posted on अप्रैल 22, 2020जुलाई 12, 2020

गरासिया राजस्थान की एक प्रमुख आदिवासी क़ौम है। राजस्थान में सिरोही, उदयपुर और पाली जिलों में मुख्य रूप से इनका निवास है। सिरोही जिले की आबूरोड और पिण्डवारा तहसीलों में…

Read More

अखण्ड भारतीय राष्ट्र का अजेय, दैदीप्यमान, ध्रुव तारा : सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य…

Posted on अप्रैल 21, 2020जुलाई 12, 2020

आज से 2324 साल पहले (बैसाख कृष्ण पक्ष चतुर्दशी) भारत की इस पावन और पवित्र भूमि पर मौर्य वंश के एक सुपुत्र ने जन्म लिया। वह अखण्ड भारतीय राष्ट्र का…

Read More

पुस्तक समीक्षा : “ह्वेनसांग की भारत यात्रा” : भाग -1 से 30 तक

Posted on अप्रैल 20, 2020जुलाई 12, 2020

ह्वेनसांग की यात्रा का पहला पड़ाव “ओकीनी” राज्य था। यह स्थान वर्तमान काल में करशर अथवा कर शहर माना जाता है जो संगेज झील के पास है। उस समय यहां…

Read More

वार,भोई और लिगंन्नम जनजाति…

Posted on अप्रैल 19, 2020जुलाई 12, 2020

वार,भोई और लिगंन्नम जनजाति के लोग मेघालय में खासी जनजाति के अंतर्गत आते हैं। इन्हें उपरोक्त नाम उनके निवास स्थान के नाम से दिया गया है। नृजातीय रुप से यह…

Read More

पुस्तक समीक्षा- “ह्वेनसांग की भारत यात्रा”… परिचय

Posted on अप्रैल 18, 2020जुलाई 12, 2020

ह्वेनसांग तीसरा चीनी यात्री था जिसने सन 629 से 645 तक कुल 17 वर्ष लंबी भारत यात्रा की। उसने अपना यात्रा विवरण चीनी भाषा में लिखा इसका हिंदी में अनुवाद…

Read More

मणिपुर के आदिवासी…

Posted on अप्रैल 17, 2020जुलाई 12, 2020

भारत की पूर्वी सीमा पर स्थित मणिपुर राज्य 22,327 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। मणिपुर का प्राचीन नाम” कंलैपाक्” है। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक मणिपुर की कुल…

Read More
  • 1
  • 2
  • Next

About This Blog

This blog is dedicated to People of Deprived Section of the Indian Society, motto is to introduce them to the world through this blog.

Latest Comments

  • Tommypycle पर असोका द ग्रेट : विजन और विरासत
  • Prateek Srivastava पर प्रोफेसर (डॉ.) ज्योति वर्मा : विद्वता, साहस और ममत्व का अनुपम संगम
  • Mala Srivastava पर प्रोफेसर (डॉ.) ज्योति वर्मा : विद्वता, साहस और ममत्व का अनुपम संगम
  • Shyam Srivastava पर प्रोफेसर (डॉ.) ज्योति वर्मा : विद्वता, साहस और ममत्व का अनुपम संगम
  • Neha sen पर प्रोफेसर (डॉ.) ज्योति वर्मा : विद्वता, साहस और ममत्व का अनुपम संगम

Posts

  • अप्रैल 2025 (1)
  • मार्च 2025 (1)
  • फ़रवरी 2025 (1)
  • जनवरी 2025 (4)
  • दिसम्बर 2024 (1)
  • नवम्बर 2024 (1)
  • अक्टूबर 2024 (1)
  • सितम्बर 2024 (1)
  • अगस्त 2024 (2)
  • जून 2024 (1)
  • जनवरी 2024 (1)
  • नवम्बर 2023 (3)
  • अगस्त 2023 (2)
  • जुलाई 2023 (4)
  • अप्रैल 2023 (2)
  • मार्च 2023 (2)
  • फ़रवरी 2023 (2)
  • जनवरी 2023 (1)
  • दिसम्बर 2022 (1)
  • नवम्बर 2022 (4)
  • अक्टूबर 2022 (3)
  • सितम्बर 2022 (2)
  • अगस्त 2022 (2)
  • जुलाई 2022 (2)
  • जून 2022 (3)
  • मई 2022 (3)
  • अप्रैल 2022 (2)
  • मार्च 2022 (3)
  • फ़रवरी 2022 (5)
  • जनवरी 2022 (6)
  • दिसम्बर 2021 (3)
  • नवम्बर 2021 (2)
  • अक्टूबर 2021 (5)
  • सितम्बर 2021 (2)
  • अगस्त 2021 (4)
  • जुलाई 2021 (5)
  • जून 2021 (4)
  • मई 2021 (7)
  • फ़रवरी 2021 (5)
  • जनवरी 2021 (2)
  • दिसम्बर 2020 (10)
  • नवम्बर 2020 (8)
  • सितम्बर 2020 (2)
  • अगस्त 2020 (7)
  • जुलाई 2020 (12)
  • जून 2020 (13)
  • मई 2020 (17)
  • अप्रैल 2020 (24)
  • मार्च 2020 (14)
  • फ़रवरी 2020 (7)
  • जनवरी 2020 (14)
  • दिसम्बर 2019 (13)
  • अक्टूबर 2019 (1)
  • सितम्बर 2019 (1)

Contact Us

Privacy Policy

Terms & Conditions

Disclaimer

Sitemap

Categories

  • Articles (105)
  • Book Review (60)
  • Buddhist Caves (19)
  • Hon. Swami Prasad Mourya (23)
  • Memories (13)
  • travel (1)
  • Tribes In India (40)

Loved by People

“

030201
Total Users : 30201
Powered By WPS Visitor Counter
“

©2025 The Mahamaya | WordPress Theme by Superbthemes.com