माडा की गुफाएं लगभग 8 किलोमीटर की रेंज में फैली हुई माडा की गुफाएं देश के छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर स्थित सिंगरौली जिले में हैं। माडा सिंगरौली जिले की…
महीना: जुलाई 2020
हिमाचल की खूबसूरत वादियों में बहुरंगी विविधता से सराबोर बौद्ध संस्कृति
हिम के आंचल में बसा हुआ ख़ूबसूरत हिमाचल प्रदेश अपनी नदी, घाटी, पहाड़ों, कंदराओं और गुफाओं की बेनजीर सुंदरता के साथ बौद्ध धर्म की बहुरंगी संस्कृति को संजोए हुए है।…
बौद्ध संस्कृति से परिपूर्ण – लद्दाख
जम्मू- कश्मीर में धारा- 370 की समाप्ति के पश्चात् लद्दाख दिनांक 5 अगस्त 2019 को भारत का 9 वां केन्द्र शासित प्रदेश बन गया। इसके पूर्व यह जम्मू-कश्मीर का हिस्सा…
बोरा तथा बेलम की गुफाएं व नागार्जुन कोंडा (आन्ध्र-प्रदेश)
अपने अतीत में गौरवशाली विरासत को संजोए हुए आन्ध्र-प्रदेश भारत की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का एक प्रमुख केन्द्र रहा है। सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार के यूनानी राजदूत मेगास्थनीज…
मानवीय अस्तित्व के प्रमाण, विश्व विरासत- भीम बेटका की गुफाएं (रायसेन, म.प्र.)
मानवीय अस्तित्व के ऊषा काल से ही भारत भूमि इसका पालना रही है। इसके प्रबल प्रमाण यहां पर मौजूद हैं। गुफाओं तथा कंदराओं में बिखरे हुए अवशेष इसकी तस्दीक करते…
डूंगेश्वरी तथा बरावर की गुफाएं- जनपद गया, बिहार
प्राचीन भारत में “निरंजना” नदी के नाम से मशहूर तथा अब “फल्गु” नदी के नाम से जानी जाने वाली, भारत के बिहार राज्य में झारखंड की सीमा पर बहने वाली…
सारु-मारु की बौद्ध गुफाएं – सीहोर (म.प्र.)
मध्य -प्रदेश के सीहोर जिले में, बुधनी तहसील के ग्राम- पान गुराडिया के पास स्थित “सारु- मारु” एक प्राचीन बौद्ध मठ परिसर और बौद्ध कालीन गुफाओं का पुरातात्विक स्थल है।…
उदयगिरि की गुफाएं- विदिशा (मध्य-प्रदेश)
मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल से 65 किलोमीटर दूर, भोपाल-दिल्ली रेलमार्ग पर “विदिशा” शहर स्थित है। यहीं पर विदिशा से 6 किलोमीटर दूर बेतवा और बैस नदी के बीच,हलाली नदी के…