6 thoughts on “ह्वेनसांग की भारत यात्रा- अफगानिस्तान में…

  1. अफगानिस्तान लंबे समय तक भारत का ही अंग रहा है मौर्य से लेकर कनिष्क आदि ने इसे अपने अधीन ही नही रखा बल्कि इसका अदभुत विकास भी किया, किन्तु आज तालिबानियों ने न सिर्फ इसके स्वर्णिम इतिहास एक अवशेषों को धवस्त कर दिया है बल्कि इसके भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। आपका विस्तृत आलेख ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध एवं सराहनीय है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *