12 thoughts on “ह्वेनसांग की भारत यात्रा- भरुच, मालवा,वल्लभी और कच्छ…

  1. बहूत ही ऐतिहासिक जानकारियाँ इस पुस्तक समीक्षा मे दी गयी है जो बुध्द के धम्म के विस्तार को वर्णित कर रहा है कि बुध्द का धम्म किस तरह से जन जन मे ब्याप्त था

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