10 thoughts on “ह्वेनसांग की भारत यात्रा- मगध देश उत्तरार्ध…

  1. दो वर्ष पहले सपरिवार सहित राजग्रह गया था । विश्व शांति स्तूप का दर्शन किया था । आज पुनः यादों को आपके द्वारा ताज़ा किया । आपके इस अथक प्रयास का मै तहेदिल स्वागत करता हूँ ।

  2. ‘ह्वेनसांग की भारत यात्रा’ पुस्तक की समीक्षा का अद्भुत उल्लेख किया है यह लेख पाठों के लिए समझ उत्पन्न करने व् ऐतिहासक मीमांसा को समझने में सहयोग प्रदान करेगा। धन्यवाद प्रो० साहब। ऐसे ही लेख के माध्यम से तथागत के विचारों व् उनके जीवन शैली को हम सभी तक पहुंचते रहिये।

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