प्राचीन भारत में “निरंजना” नदी के नाम से मशहूर तथा अब “फल्गु” नदी के नाम से जानी जाने वाली, भारत के बिहार राज्य में झारखंड की सीमा पर बहने वाली…
श्रेणी: Buddhist Caves
सारु-मारु की बौद्ध गुफाएं – सीहोर (म.प्र.)
मध्य -प्रदेश के सीहोर जिले में, बुधनी तहसील के ग्राम- पान गुराडिया के पास स्थित “सारु- मारु” एक प्राचीन बौद्ध मठ परिसर और बौद्ध कालीन गुफाओं का पुरातात्विक स्थल है।…
उदयगिरि की गुफाएं- विदिशा (मध्य-प्रदेश)
मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल से 65 किलोमीटर दूर, भोपाल-दिल्ली रेलमार्ग पर “विदिशा” शहर स्थित है। यहीं पर विदिशा से 6 किलोमीटर दूर बेतवा और बैस नदी के बीच,हलाली नदी के…
पंचमढ़ी की गुफाएं (म.प्र.)
“सतपुड़ा की रानी” के नाम से मशहूर पंचमढ़ी, मध्य – प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 200 किलोमीटर दूर होशंगाबाद जिले में स्थित हैं। मध्य भारत के सबसे खूबसूरत पर्यटन…
प्राकृतिक सौंदर्य के साथ इतिहास बोध- बाघ की गुफाएं(म.प्र.)
“शब-ए-मालवा” के नाम से मशहूर तथा प्राचीन काल में धारा नगरी के नाम से विख्यात, मध्य- प्रदेश के ऐतिहासिक शहर की स्थापना परमार राजा “भोज” ने किया था। यहीं धार…
भारत की ऐतिहासिक धरोहर- बेडसा, कोण्डाने, जुन्नर, शिवनेरी तथा लेण्याद्रि गुफाएं
बेडसा गुफाएं मुम्बई- पुणे रेलमार्ग पर बड़गांव स्टेशन से 6 मील की दूरी पर स्थित “बेडसा” की गुफाएं महाराष्ट्र के प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक हैं। पुणे से…
अतीत के वैभव का खजाना – जोगेश्वरी, मण्डपेश्वर तथा महाकाली की गुफाएं
भारत में राक- कट गुफाओं की खूबसूरत वास्तुकला देश के अतीत के वैभव का खजाना है। यह गौरवशाली शिल्प कला ईसा पूर्व दूसरी सदी में, सम्राट अशोक के ज़माने में…
बौद्ध गुफा वास्तुकला की बेनजीर शिल्प- भाजा और पीतल खोरा की गुफाएं
भाजा की गुफाएं महाराष्ट्र के पुणे जनपद में, मुम्बई और पुणे के बीच आधे रास्ते के पुराने कारवां मार्ग के पास, डेक्कन पठार पर स्थित “भाजा” गुफाएं, बौद्ध गुफ़ा वास्तुकला…