8 thoughts on “ह्वेनसांग की भारत यात्रा- उज्जयिनी नगरी…

  1. उज्जैन का बौद्द साहित्य में उल्लेखनीय योगदान रहा है।जिसका वर्णन आपने अपनी लेखन द्वारा किया है।आपको बहुत बहुत साधुवाद।डॉ लवली मौर्य

  2. नागवंशी समुदाय अब लगभग विलुप्त हो चुका है। विदिशा का योगदान अशोक को सम्राट अशोक महान बनाने में बहुत अधिक है। ज्ञानवर्धन के लिए आपका आभार।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *