Skip to content
Menu
The Mahamaya
  • Home
  • Articles
  • Tribes In India
  • Buddhist Caves
  • Book Reviews
  • Memories
  • All Posts
  • Hon. Swami Prasad Mourya
  • Gallery
  • About
  • hi हिन्दी
    en Englishhi हिन्दी
The Mahamaya
swami-prasad-mourya

जन्म दिन की अशेष बधाइयां…माननीय श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी

Posted on जनवरी 2, 2021जनवरी 2, 2023
Advertisement

उत्तर – प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री, सामाजिक न्याय के पुरोधा, दलितों, पिछड़ों, मजलूमों और वंचितों की आवाज़, अपरिचितों को अपना सगा मानने वाले, सब के सुख दुख के साथी माननीय श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी का आज जन्मदिन है। उनके स्वस्थ और मंगलमय जीवन की कामना। उन्हें और उनके अनगिनत प्यार करने वालों को इस शुभ अवसर की अशेष बधाइयां एवं शुभकामनाएं। यह उनकी व्यापक लोकप्रियता ही है कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी उनके जन्मदिन को पूरे प्रदेश में तथा प्रदेश के बाहर भी स्वत: स्फूर्त रुप से ‘ सेवा सप्ताह, के रूप में मनाया जा रहा है।

दिनांक 2 जनवरी 1954 ई. को ग्राम व पोस्ट -चकवड़ ,जनपद प्रतापगढ़,(उ. प्र.) में जन्में श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, पिता श्री बदलू मौर्य और ममतामयी मां श्रीमती जगन्नाथी मौर्या (परिनिवृत) के सुपुत्र हैं। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शिवा मौर्या हैं। एक बेटा उत्कृष्ट मौर्य (पूर्व प्रत्याशी, विधानसभा क्षेत्र ऊंचाहार जनपद रायबरेली) उप नाम अशोक तथा एक बेटी डाक्टर संघमित्रा मौर्या (मां.सांसद बदायूं) हैं। माननीय मंत्री जी की उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संपन्न हुई है। अपने राजनीतिक जीवन में श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने उत्तर- प्रदेश में कैबिनेट मंत्री, नेता विधान मंडल दल, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा जैसे गरिमा मयी पदों पर रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन किया है।वह कुशल संगठनकर्ता भी हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य की वैचारिक पृष्ठभूमि भगवान तथागत बुद्ध, महामना ज्योतिबा फूले, संत रविदास तथा बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जैसे सामाजिक परिवर्तन के पुरोधाओं के चिंतन एवं दर्शन से प्रेरित तथा अनुप्राणित है । समाजवादी चिंतन धारा का भी उनके ऊपर गहरा प्रभाव है । हिन्दू धर्म में व्याप्त वर्ण व्यवस्था की असमानताओं ने उनके वैचारिक मानस को विद्रोह की भाषा बोलने के लिए मजबूर किया है । वह ऐसे प्रखर वक्ता हैं जो अपने युग की राजनीतिक प्रवृत्तियों और शैलियों का अत्यंत ही स्पष्टता से वर्णन करते हैं । उनकी दुनिया आम लोगों के जीवन से गहन रूप से अंतर्गुम्फित है । वह ऐसे समाज के निर्माण के हिमायती हैं जहॉं सबके लिए बराबरी से हक़ और सम्मान हो

Related -  दृष्टि बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की...

न्याय और समानता के शाश्वत युद्ध को समर्पित श्री स्वामी प्रसाद मौर्य कभी अपनी आलोचनाओं और अवमाननाओं से विचलित नहीं हुए। उनके अनुयायियों की एक पूरी पीढ़ी उन्हें आज अपने मसीहा के रूप में देखती है। राजनीति उनके लिए एक धर्म है जो उनके सामाजिक उत्तरदायित्व से उन्हें जोड़ती है।

अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध उनकी प्रखर शैली व आक्रोश लोगों को यह पैगाम देता है कि अन्याय, अत्याचार व जुर्म के खिलाफ लड़ो तथा अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करो। उन्होंने संघर्ष और उपलब्धि की नयी इबारत लिखी है।

स्वामी प्रसाद मौर्य में मानवीय मूल्यों की गहराई है। उनकी दृष्टि गंभीर किन्तु ममता से परिपूर्ण है। उनके स्वर में ईमानदारी और आत्मीयता की झलक है। वह सृजन के प्रहरी हैं जिनकी आंखों में ममता का मानवीय रूप जीवन्त है। लगभग साढ़े चार दशक का उनका लम्बा सामाजिक और राजनीतिक जीवन बेनजीर है।

वह कृतज्ञता की मुक्तामाला हैं। उनके दिल में सबके लिए स्नेह और सम्मान है। स्वामी प्रसाद मौर्य का जीवन वस्तुत: ममता से संचित ऐसी धरोहर है जिसमें एक मुस्कान है, जीवन की जय है। वह कल्पों के विराट अंधकार को पल में पूर्ण करने का हौसला देते हैं।

लाखों किलोमीटर की चलती हुई उनकी पगध्वनि निरंतर चलने का संकल्प और पैग़ाम देती है। उनके जीवन में गौरव और पराक्रम है, जड़ता और अवरोध नहीं। उनके पास जाने पर अनुभव के बंधन छोटे हो जाते हैं, ज्ञान के अभिमान दूर हो जाते हैं। उनकी बुलन्द आवाज में वह जादू और सम्मोहन है कि उनके अनुयायी उसे अपने जीवन में उतारना चाहते हैं। जिसको वह प्यार करते हैं उसकी भूलों को वह माफ भी करते हैं। उनके नेक कामों की खुशबू को हवा ने पकड़ लिया है और एक एक झोंका आज़ उसका गवाह बन गया है।

Advertisement

श्री स्वामी प्रसाद मौर्य का जीवन हमें सिखाता है कि-

Related -  भारत की बेटी, बदायूं से सांसद, डॉ. "संघमित्रा मौर्या" ने बढ़ाया देश का मान

-अपने कार्य और व्यवहार के प्रति वफादार और निष्ठा वान रहो। किसी को धोखा मत दो।
-मजबूर की मजबूरी का फायदा उठाकर उस पर जुर्म मत करो।
-संवेदना को हमेशा सम्बल प्रदान कीजिए।
– प्रेम की परिधि का निरंतर विस्तार कीजिए क्योंकि वह जीवन की अभिन्न गौरव गाथा है।
– जय और पराजय जीवन का क्रम है, इससे विचलित नहीं होइए।
– आंसू निर्बलता के प्रतीक हैं इन्हें जीवन की कमजोरी मत बनाइए।
– अधिकारों की याचना नहीं कीजिए बल्कि उन्हें हासिल करने के योग्य बनिए।
– ऊंचे उठने के लिए धरती पर पैर जमाए रहिए।

पुनः एक बार फिर से श्री स्वामी प्रसाद मौर्य को उनके जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाई । उन लोगों को भी स्नेह और प्यार जो उन्हें अपना मानते हैं और उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लेते हैं ।

– डॉ.राजबहादुर मौर्य, झांसी

4.86/5 (7)

Love the Post!

Share this Post

3 thoughts on “जन्म दिन की अशेष बधाइयां…माननीय श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी”

  1. Ram Das Maurya कहते हैं:
    जनवरी 2, 2021 को 8:12 अपराह्न पर

    Shri Swami Prasad Maurya ji is our ICON . He is an unique personality. For him, we can say — Lives of greatmen, all remind us,
    We can make our lives sublime.
    And departing leave behind us,
    Footprints on sand of time.

    Happy Birthday to our beloved leader.

    प्रतिक्रिया
    1. Dr RB Mourya कहते हैं:
      जनवरी 3, 2021 को 11:59 पूर्वाह्न पर

      Indeed, Every word is true.

      प्रतिक्रिया
  2. रवींद्र विक्रम सिंह कहते हैं:
    जनवरी 2, 2021 को 4:12 अपराह्न पर

    भैया बहुत ही प्रेरणादाई व्यक्तित्व है माननीय नेता जी श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी का उनके जीवनकाल की घटनाएं हमें प्रेरित करती हैं कि यदि कोई चाहे तो कोई भी मुकाम कठिन नहीं है l आज मंत्री जी जिस मुकाम पर हैं वास्तव में उनके संघर्ष समाजसेवा और समाज के प्रति उत्कृष्ट योगदान का ही नतीजा है l
    हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि मंत्री जी दिन दूना रात चौगुना उन्नति करें l
    रवींद्र विक्रम सिंह
    खजुरी, जगतपुर, रायबरेली

    प्रतिक्रिया

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Seach this Site:

Search Google

About This Blog

This blog is dedicated to People of Deprived Section of the Indian Society, motto is to introduce them to the world through this blog.

Posts

  • मार्च 2023 (2)
  • फ़रवरी 2023 (2)
  • जनवरी 2023 (1)
  • दिसम्बर 2022 (1)
  • नवम्बर 2022 (3)
  • अक्टूबर 2022 (3)
  • सितम्बर 2022 (2)
  • अगस्त 2022 (2)
  • जुलाई 2022 (2)
  • जून 2022 (3)
  • मई 2022 (3)
  • अप्रैल 2022 (2)
  • मार्च 2022 (3)
  • फ़रवरी 2022 (5)
  • जनवरी 2022 (6)
  • दिसम्बर 2021 (3)
  • नवम्बर 2021 (2)
  • अक्टूबर 2021 (5)
  • सितम्बर 2021 (2)
  • अगस्त 2021 (4)
  • जुलाई 2021 (5)
  • जून 2021 (4)
  • मई 2021 (7)
  • फ़रवरी 2021 (5)
  • जनवरी 2021 (2)
  • दिसम्बर 2020 (10)
  • नवम्बर 2020 (8)
  • सितम्बर 2020 (2)
  • अगस्त 2020 (7)
  • जुलाई 2020 (12)
  • जून 2020 (13)
  • मई 2020 (17)
  • अप्रैल 2020 (24)
  • मार्च 2020 (14)
  • फ़रवरी 2020 (7)
  • जनवरी 2020 (14)
  • दिसम्बर 2019 (13)
  • अक्टूबर 2019 (1)
  • सितम्बर 2019 (1)

Latest Comments

  • Dr. Raj Bahadur Mourya पर राजनीति विज्ञान / समाज विज्ञान, महत्वपूर्ण तथ्य (भाग- 40)
  • Somya Khare पर राजनीति विज्ञान / समाज विज्ञान, महत्वपूर्ण तथ्य (भाग- 40)
  • Dr. Raj Bahadur Mourya पर राजनीति विज्ञान / समाज विज्ञान, महत्वपूर्ण तथ्य (भाग- 39)
  • Kapil Sharma पर राजनीति विज्ञान / समाज विज्ञान, महत्वपूर्ण तथ्य (भाग- 39)
  • Dr. Raj Bahadur Mourya पर पुस्तक समीक्षा- ‘‘मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा एवं तथागत बुद्ध’’, लेखक- आर.एल. मौर्य

Contact Us

Privacy Policy

Terms & Conditions

Disclaimer

Sitemap

Categories

  • Articles (80)
  • Book Review (59)
  • Buddhist Caves (19)
  • Hon. Swami Prasad Mourya (22)
  • Memories (12)
  • travel (1)
  • Tribes In India (40)

Loved by People

“

015705
Total Users : 15705
Powered By WPS Visitor Counter
“

©2023 The Mahamaya | WordPress Theme by Superbthemes.com
hi हिन्दी
en Englishhi हिन्दी