५१३,११५ वर्ग किलोमीटर में बसे तथा लगभग ७ करोड़ की आबादी वाला देश थाईलैण्ड आधुनिकता के साथ-साथ बौद्ध संस्कृति से सराबोर है। यहां के ९५ प्रतिशत लोग बौद्ध धर्मावलंबी हैं।…
विश्व विरासत- लेशान के विशाल बुद्ध, अद्भुत, अकल्पनीय
अद्भुत, अकल्पनीय, चकित कर देने वाली, आज से करीब १२०० वर्ष पूर्व चीन में निर्मित, लेशान के विशाल बुद्ध की प्रतिमा आज विश्व विरासत है। एमी पर्वत में उत्कीर्ण लेशान…
विज्ञान, कला और स्थापत्य का अद्भुत संगम – महानतम बोरोबुदुर विहार
सन् ७५० से ८५० ई. के मध्य निर्मित तथा वर्ष १९९१ में विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया बोरोबुदुर विहार इंडोनेशिया के मध्य जावा प्रान्त के मगेलांग नगर में स्थित…
विश्व विरासत – सोमपुरा महाविहार
वर्ष १९८५ में यूनेस्को के द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया सोमपुरा महाविहार वर्तमान समय में बांग्लादेश के नवगांव जिले के बादलगाछी उप जिले के पहाड़पुर में स्थित है।यह…
सत्य, शांति, मोक्ष और सौन्दर्य बोध की गुफाएं- उदयगिरि, खण्डगिरि और रत्नागिरी, भुवनेश्वर (उड़ीसा)
उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर के निकट स्थित बौद्ध परिसर ललितगिरि, रत्नागिरी, उदयगिरि की पहाड़ियों पर स्थित हैं। इस जगह की खुदाई में प्राप्त कई शिलालेख,राक शिलालेख,स्तूप और बुद्ध की…
पुस्तक समीक्षा- आंधियों में भी यह ज्योति जलती रहे…
डॉ. राजबहादुर मौर्य, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, राजनीति विज्ञान, बुंदेलखंड कालेज, झाँसी । प्रकाशन प्रभारी एवं फ़ोटो गैलरी- डॉ. संकेत सौरभ, झाँसी, उत्तर- प्रदेश (भारत), मोबाइल नंबर- 09839170919, email : drrajbahadurmourya @…
आदिवासी अस्मिता का कला बोध – जनजातीय संग्रहालय, भोपाल (म.प्र.)
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अति रमणीक, शांत वातावरण और कोलाहल से दूर एकांत स्थान, श्यामला हिल्स पर स्थित जनजातीय संग्रहालय मध्य प्रदेश की आदिवासी अस्मिता का कला बोध…
श्री स्वामी प्रसाद मौर्य : कृतज्ञता की मुक्तामाला
उत्तर – प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री, गरीबों, मजदूरों, मजलूमों तथा वंचितों के रहनुमा, मेरे जैसे अनगिनत लोगों के बौद्धिक ऊर्जा स्रोत, युवाओं के चहेते, मौर्य, कुशवाहा, शाक्य,…