अति शीघ्र प्रकाशित होने वाली मेरी नयी पुस्तक की भूमिका-दो शब्द अपनी ओर से……. इतिहास हमारा अतीत है, जहां हम अपने जीवन के अस्तित्व की खोज करते हैं। यह खोज…
दर्द, पिछड़े वर्ग का…..
न्याय की जरूरत उसे होती है,जिसके साथ अन्याय हुआ है। इंसाफ उसे चाहिए जिसके साथ नाइंसाफी की गयी है। जिसने नाइंसाफी और अन्याय का दौर नहीं देखा, वह इसकी केवल…
संवाहक, गंगा-जमुनी तहजीब के…….
भारत विविधताओं से परिपूर्ण देश है। इसकी विविधता को रंग, रूप, भाषा, परिवेश,रहन-सहन, खान-पान, तथा उनके जीवन मूल्यों, विश्वासों, परम्पराओं व रीति-रिवाजों में देखा जा सकता है। तब भी इन…
शोकाकुल परिवारों के साथ….
सामाजिक सरोकारों से आबद्ध व्यक्ति समाज के सुख और दुःख दोनों का साथी होता है। सामाजिक व्यक्ति का चिंतन, कर्म और व्यवहार सामाजिकता की हर कड़ी से जुड़ता है। फिर…
पासवान समाज के साथ……
भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संवर्द्धन में पासवान समाज / पासी समाज का अमूल्य योगदान है। उत्तर- भारत में भारी संख्या में निवास करने वाली यह जाति अतीत में द्रविड़…
सहारिया समुदाय के बीच …..
किसी भी भू-भाग के ज्ञात प्राचीनतम निवासियों को मूलनिवासी अथवा आदिवासी कहते हैं। विश्व की कुल जनसंख्या के 6 अरब में से 3 अरब 70 करोड़ लोग मूलनिवासी हैं जो…
वेदना और व्यथा, मुसहर समुदाय की…….
“मुसहर” दो शब्दों से मिलकर बना है-मूस यानी चूहा तथा ‘हर’ अर्थात् उसका शिकार करने वाला। इस प्रकार मुसहर भारत का वह अभागा समुदाय है जिसकी जीविका चूहा खाकर चलती…
धरकार समाज के बीच……
उत्तर – प्रदेश में धरकार समाज की पहचान एक शिल्पी के रूप में है। इस समुदाय का पारंपरिक पेशा बांस से डलिया,मौनी,टोकरी,बेना, दउरी, तथा बेंत से कुर्सी बनाना है। धरकार…