बेमिसाल, प्राचीन भारत का मौर्य साम्राज्य – पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि ‘‘सिकन्दर के धावे और उसकी मृत्यु से भारत में…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (खंड-1) भाग-3
यूनान के प्रसिद्ध व्यक्तित्व (पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू) एस्किल एक प्रसिद्ध नाटककार था। इसका जन्म यूनान में ईसा से 525 साल पहले…

विश्व इतिहास की झलक- पुस्तक समीक्षा (खण्ड-१), भाग-2
पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू निनीवे का दूसरा नाम नाइनस भी है। यह पुराने जमाने का एक मशहूर शहर है और असीरियन साम्राज्य…

विश्व इतिहास की झलक- पुस्तक समीक्षा – खंड- 1
पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू पुस्तक विश्व इतिहास की झलक, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की लेखनी से निकली महत्वपूर्ण कृति है।…

बौद्ध संस्कृति का संवाहक, भारत का करीबी दोस्त- भूटान
प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण तथा हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का महत्वपूर्ण देश भूटान बौद्ध संस्कृति का संवाहक और भारत का करीबी दोस्त है। बौद्ध धर्म यहां का राजकीय धर्म…

जन्म दिन की अशेष बधाइयां…माननीय श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी
उत्तर – प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री, सामाजिक न्याय के पुरोधा, दलितों, पिछड़ों, मजलूमों और वंचितों की आवाज़, अपरिचितों को अपना सगा मानने वाले, सब के सुख दुख के…

महेंद्र और संघमित्रा की कर्मभूमि – श्री लंका (भाग- २)
श्री लंका बौद्ध जगत के प्रकाश स्तम्भ अनागारिक धम्मपाल की जन्मस्थली है जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी बुद्ध के संदेशों के प्रचार प्रसार में लगा दिया। जीवन के ४० वर्ष उन्होंने…

महेंद्र और संघमित्रा की कर्मभूमि- श्री लंका(भाग-१)
दक्षिण एशिया में हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में स्थित श्री लंका, सम्राट अशोक के पुत्र महेन्द्र और पुत्री संघमित्रा की कर्मभूमि है। इस द्विपीय देश में भिक्खु महेंद्र और…

कबरा पहाड़ की गुफाएं- रायगढ़, छत्तीसगढ़
कबरा पहाड़ के शैलाश्रय पुरातात्विक स्थल हैं जो रायगढ़ जिले से ८ किलोमीटर पूर्व में ग्राम विश्वनाथ पाली तथा भद्रपाली के निकट की पहाड़ी में स्थित हैं। यह पहाड़ घनी…

पुस्तक समीक्षा- ‘‘मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा एवं तथागत बुद्ध’’, लेखक- आर.एल. मौर्य
मौर्य, शाक्य,सैनी, कुशवाहा एवं तथागत बुद्ध, शीर्षक से सितंबर 2020 में प्रकाशित पुस्तक श्री आर. एल. मौर्य (मूल निवासी ग्राम- लोहसडा, पोस्ट- घघसरा, जनपद- गोरखपुर) की लेखनी से निकली कृति…

सुवर्ण भूमि- म्यांमार (भाग-२)
अद्भुत श्वेडागोन पगोड़ा म्यांमार की राजधानी यांगून में श्वेडागोन पगोड़ा है। लगभग २५०० साल पहले निर्मित इस स्तूप की ऊंचाई ३२० फ़ीट है। इसमें सोना मढ़ा हुआ है। इसके शिखर…

सुवर्ण भूमि- म्यांमार (भाग-१)
प्राकृतिक सौंदर्य तथा संसाधनों से परिपूर्ण म्यांमार को प्राचीन काल में सुवर्ण भूमि (सुवन्ना भूमि) के नाम से जाना जाता था। यहां के ८५ प्रतिशत लोग बौद्ध धर्म को मानते…

को-किंगडम ऑफ वंडर – कम्बोडिया
को- किंगडम ऑफ वंडर के नाम से जाना जाने वाला देश कम्बोडिया हिन्द- चीन प्रायद्वीप का एक देश है जो सन् १९५५ ई. में फ्रांसीसी आधिपत्य से मुक्त हुआ है।…

ममता का मानवीय रूप- बोधिसत्व बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर
भारत के महान सपूत, भारतीय संविधान के निर्माता, आधुनिक भारत के शिल्पी, बुद्ध की करुणा के संवाहक, भारत रत्न, बोधिसत्व बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का आज महापरिनिर्वाण दिवस है।…