पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि दक्षिण भारत में पांड्य राज्य की राजधानी मदुरा थी और बंदरगाह कायल था। वेनिस का…
श्रेणी: Book Review

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग- 9)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि विश्व में प्राचीन सभ्यता के दो पालने थे- भारत और चीन। उन्होंने लिखा है कि रचना…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग- 8)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि मोहम्मद साहब के इंतकाल के बाद लगभग 100 वर्षों तक खलीफा लोग इसी वंश की उमैया…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग-7)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक भाग एक में पेज नं पर लिखा है कि ‘‘अरब एक रेगिस्तानी मुल्क है। यहाँ के दो प्राचीन शहर थे-…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग 6)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि गुप्त काल के 200 वर्षों बाद दक्षिण भारत में पुलकेशी नामक एक राजा ने, जो रामचन्द्र…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (खंड-1), भाग-5
प्राचीन भारत का गुप्त राजवंश – (पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक)) पंडित जवाहरलाल नेहरु ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि सम्राट…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक, (खंड-१) भाग-४
बेमिसाल, प्राचीन भारत का मौर्य साम्राज्य – पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि ‘‘सिकन्दर के धावे और उसकी मृत्यु से भारत में…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (खंड-1) भाग-3
यूनान के प्रसिद्ध व्यक्तित्व (पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू) एस्किल एक प्रसिद्ध नाटककार था। इसका जन्म यूनान में ईसा से 525 साल पहले…

विश्व इतिहास की झलक- पुस्तक समीक्षा (खण्ड-१), भाग-2
पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू निनीवे का दूसरा नाम नाइनस भी है। यह पुराने जमाने का एक मशहूर शहर है और असीरियन साम्राज्य…

विश्व इतिहास की झलक- पुस्तक समीक्षा – खंड- 1
पुस्तक का नाम- विश्व इतिहास की झलक (भाग- एक), लेखक- जवाहरलाल नेहरू पुस्तक विश्व इतिहास की झलक, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की लेखनी से निकली महत्वपूर्ण कृति है।…

पुस्तक समीक्षा- ‘‘मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा एवं तथागत बुद्ध’’, लेखक- आर.एल. मौर्य
मौर्य, शाक्य,सैनी, कुशवाहा एवं तथागत बुद्ध, शीर्षक से सितंबर 2020 में प्रकाशित पुस्तक श्री आर. एल. मौर्य (मूल निवासी ग्राम- लोहसडा, पोस्ट- घघसरा, जनपद- गोरखपुर) की लेखनी से निकली कृति…

पुस्तक समीक्षा- आंधियों में भी यह ज्योति जलती रहे…
डॉ. राजबहादुर मौर्य, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, राजनीति विज्ञान, बुंदेलखंड कालेज, झाँसी । प्रकाशन प्रभारी एवं फ़ोटो गैलरी- डॉ. संकेत सौरभ, झाँसी, उत्तर- प्रदेश (भारत), मोबाइल नंबर- 09839170919, email : drrajbahadurmourya @…
ह्वेनसांग की भारत यात्रा का महत्व
दुनिया में ” प्रिंस आफ़ ट्रैवलर्स” अर्थात् “यात्रियों का राजकुमार” के नाम से मशहूर ह्वेनसांग चीन के मशहूर दार्शनिक, प्रकांड विद्वान, बौद्ध दर्शन के अध्धेयता, घुमक्कड़ और अनुवादक थे। चीनी…
ह्वेनसांग की भारत यात्रा – खुतन,कूचा और गोबी..
खुतन,कूचा और गोबी… अपनी भारत यात्रा के अंतिम पड़ाव में ह्वेनसांग “क्यूसटन” अर्थात् “खुतन” देश में आया। उसने लिखा है कि इस देश का क्षेत्रफल लगभग 4000 ली है। देश…