पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि दक्षिण अमेरिका की स्वाधीनता का एक बड़ा नायक था, साइमन बोलिवर जो देश उद्धारक के नाम…
श्रेणी: Book Review

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक, भाग- १५
पंडित जवाहरलाल नेहरु ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि सन् १७५६ से १७६३ ई. तक यूरोप, कनाडा और भारत में इंग्लैंड और फ्रांस इन दोनों…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक ( भाग-१४)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि गुरु नानक ने सिक्ख पंथ की स्थापना किया। उन्होंने हिन्दू धर्म और इस्लाम को एक मंच…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग-१३)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि १५२६ ई. में बाबर भारत आया और ४ वर्ष बाद १५३० ई. में ४९ वर्ष की…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग-१२)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि ११ वीं सदी में दक्षिण भारत में एक महान समाज सुधारक रामानुज पैदा हुए। वह वैष्णव…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग- ११)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि १११५ ई. में इटली के लोकप्रिय धर्मोपदेश, ब्रेशिया के अर्नोल्ड को पादरियों ने फांसी पर लटका…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग-१०)
विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि दक्षिण भारत में पांड्य राज्य की राजधानी मदुरा थी और बंदरगाह कायल था। वेनिस का मशहूर यात्री मार्कोपोलो दो बार कायल आया…

पुस्तक समीक्षा- विश्व इतिहास की झलक (भाग-९)
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुस्तक विश्व इतिहास की झलक में लिखा है कि विश्व में प्राचीन सभ्यता के दो पालने थे- भारत और चीन। उन्होंने लिखा है कि रचना…